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पेटीएम का शेयर आईपीओ मूल्य से 70% गिरा, एफपीआई ने खुदरा निवेशकों पर शेयर डंप किए

मोबाइल पेमेंट्स और फाइनैंशल सर्विसेज कंपनी पेटीएम की पैरेंट एंटिटी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के शेयर आईपीओ इश्यू प्राइस से अपनी वैल्यू का करीब 70 पर्सेंट हिस्सा कम कर चुके हैं। एनएसई पर पेटीएम का शेयर 1,950 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ, जो 2,150 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 9 पर्सेंट डिस्काउंट है। ताजा बंद होने तक यह शेयर 642 रुपये पर था।

साल 2022 में अब तक शेयरों की वैल्यू में 51 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। पेटीएम के शेयर प्राइस में गिरावट की एक बड़ी वजह कंपनी द्वारा लगातार हो रहे वित्तीय घाटे के बीच विदेशी निवेशकों की निकासी नजर आ रही है।

पेटीएम के शेयर 18 नवंबर, 2021 को सूचीबद्ध होने से पहले, कंपनी के पास 127 विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के पास 6.71 करोड़ इक्विटी शेयर थे, जो कंपनी में 10.37% हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करते थे।

सितंबर 2022 को समाप्त तिमाही के रूप में पेटीएम के शेयरधारिता पैटर्न से पता चलता है कि एफपीआई ने आईपीओ के बाद से अब तक कंपनी में अपनी 44% हिस्सेदारी या 2.97 करोड़ शेयर ों को डंप किया है। एफपीआई के पास अब पेटीएम के करीब 3.74 करोड़ शेयर हैं।

इसके अलावा पेटीएम में एफपीआई की संख्या भी घटकर 88 रह गई है। नवीनतम शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, मॉर्गन स्टेनली एशिया (सिंगापुर) अब कंपनी के शेयरधारकों की सूची में नहीं है, क्योंकि इसका स्वामित्व 1% अंक से नीचे गिर सकता है। आईपीओ के दौरान पेटीएम में उसकी 1.21 पर्सेंट हिस्सेदारी थी।

इसके उलट पेटीएम में रिटेल इनवेस्टर्स की शेयरहोल्डिंग काफी बढ़ गई है। रिटेल शेयरहोल्डर्स वे निवेशक होते हैं जो किसी शेयर में 2 लाख रुपये से कम का निवेश करते हैं। कंपनी में इस तरह की रिटेल शेयरहोल्डिंग सितंबर के अंत में बढ़कर 6.37 पर्सेंट हो गई है, जो लिस्टिंग के समय 2.79 पर्सेंट थी।

इसके अलावा, म्यूचुअल फंडों ने पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी 0.81% से बढ़ाकर 1.26% कर ली है।

गौरतलब है कि प्री-आईपीओ निवेशकों के लिए एक साल का लॉक-इन पीरियड अनिवार्य है। पेटीएम निवेशकों के लिए यह अवधि नवंबर के मध्य में समाप्त हो रही है, जिसका मतलब है कि ऐसे निवेशकों द्वारा आगे बिकवाली की जा सकती है। यह स्टॉक पर निकट अवधि के ओवरहैंग के रूप में कार्य कर सकता है।

पेटीएम का 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था। आईपीओ में 8,300 करोड़ रुपये के शेयरों का नया निर्गम और 10,000 करोड़ रुपये तक के शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल है। कंपनी ने आईपीओ में 2,080 रुपये से 2,150 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड पर शेयर बेचे।

बीएसई पर पेटीएम के शेयरों ने 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर के मार्केट कैपिटलाइजेशन के साथ शुरुआत की। आखिरी बंद होने पर बाजार पूंजीकरण घटकर करीब 42,000 करोड़ रुपये रह गया।

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